Thursday, November 19, 2015

पिया मिलन का चाव



मोको पिया मिलन का चाव 
मैं बलिहारी राम की 
मैं बलिहारी राम की
मेरा दरद न जाने कोऊ  
मोको पिया मिलन चाव 
मेरा सतगुरु प्यारा 
मेरा सतगुरु न्यारा 

पीहू पीहू बोल्या पपीहा 
पीहू पीहू बोल्या पपीहा 
नईया पार लगाओ 
मोको पिया मिलन चाव 
मेरा सतगुरु प्यारा 
मेरा सतगुरु न्यारा 

कामिनी खसम को चाहे 
कामिनी खसम को चाहे 
बूँद बूँद अमृत बरसाओ 
मोको पिया मिलन चाव 
मेरा सतगुरु प्यारा 
मेरा सतगुरु न्यारा 

तन मन धन तुझको बेचेया 
तन मन धन तुझको बेचेया 
मन अब त्रिपत भया 
मोको पिया मिलन चाव 
मेरा सतगुरु प्यारा 
मेरा सतगुरु न्यारा 

नजाने क्यों

 नजाने क्यों, सब को सब कुछ पाने की होड़ लगी है नजाने क्यों, सब को सबसे आगे निकलने की होड़ लगी है जो मिल गया है, उसको अनदेखा कर दिया है और जो...